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पहले पानी के साथ डालें ये आवश्यक खाद

 गेहूं में पहला पानी कब लगाएं?

गेहूं की फसल में पहला पानी लगाने का सही समय जानना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह सीधे तौर पर पौधे के विकास और फुटाव को प्रभावित करता है। आमतौर पर, बुवाई के 21 दिन के आसपास पहला पानी देने की सलाह दी जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस समय पौधे में सीआरआई (CRI – Crown Root Initiation) स्टेज आती है, जिसे क्राउन रूट इनिशिएशन या शिखर जड़ें निकलने की अवस्था कहते हैं।

इस चरण में, पौधे में नई जड़ें निकलना शुरू होती हैं, और पुरानी जड़ों का काम लगभग खत्म हो जाता है। अब आगे पौधे को मिलने वाला सारा खाद-पानी इन नई जड़ों पर ही निर्भर करता है। इस समय पानी और खाद देने से पौधे को एक मज़बूत ‘बूस्ट अप’ मिलता है, जिससे उसमें तेज़ी से बढ़वार और फुटाव (टिलरिंग) शुरू हो जाता है। मिट्टी और गेहूं की किस्म के आधार पर, यह अवस्था 18 दिन से लेकर 25 दिन तक भी आ सकती है। इसलिए, आप 18 से 25 दिन के बीच कभी भी अपनी फसल की स्थिति देखकर पहला पानी लगा सकते हैं।

पहले पानी के साथ डालें ये आवश्यक खाद
पहले पानी के साथ सही पोषक तत्वों का मिश्रण देना बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय आपको मुख्य रूप से निम्नलिखित खाद डालनी चाहिए:

यूरिया (Urea): नाइट्रोजन की पूर्ति के लिए यूरिया डालना अनिवार्य है, जो पौधे की वृद्धि में सहायक है।

डीएपी (DAP): यदि आपने बिजाई के समय डीएपी कम डाली थी या बिल्कुल नहीं डाली थी, तो पहले पानी के साथ बची हुई मात्रा ज़रूर पूरी कर लें। डीएपी को सक्रिय होने और पौधे को मिलने में लगभग 14-15 दिन का समय लगता है, इसलिए यह समय इसकी पूर्ति के लिए उपयुक्त है।

सल्फर (Sulphur) और जिंक सल्फेट (Zinc Sulphate): यदि आपने बिजाई के समय सल्फर नहीं डाला है, तो इसे (90% डब्ल्यूडीजी) यूरिया के साथ मिलाकर डाला जा सकता है, यह फफूंदनाशक का भी काम करता है। फुटाव, हरापन और अच्छी बढ़वार के लिए जिंक सल्फेट (5 से 7 किग्रा) भी यूरिया के साथ मिलाकर डालना चाहिए, जिसका विकास में अहम रोल है।

माइकोराइजा और सीवीड का सही उपयोग
कई किसान पहले पानी पर सागरिका/सीवीड (समुद्री शैवाल का अर्क) डालते हैं, जो मिट्टी की कार्बनिक क्षमता बढ़ाकर पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। इसके परिणाम भी पहले पानी पर अच्छे मिलते हैं। वहीं, माइकोराइजा एक बेहद फायदेमंद जीवाणु है, जो जड़ों के साथ मिलकर ज़मीन में बहुत नीचे तक जाता है और उन पोषक तत्वों को भी पौधे को लाकर देता है, जहाँ सामान्य जड़ें नहीं पहुँच पातीं। लेकिन, माइकोराइजा के उपयोग का तरीका जानना ज़रूरी है: इसे कभी भी यूरिया या अन्य रासायनिक खादों के साथ मिलाकर नहीं डालना चाहिए, क्योंकि ये केमिकल इसे निष्क्रिय या नष्ट कर सकते हैं।

माइकोराइजा को सबसे बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने के लिए, इसे गोबर की सड़ी खाद, मिट्टी या केंचुआ खाद में मिलाकर खेत में डालें और ऊपर से पानी चला दें, ताकि यह ज़मीन के अंदर सुरक्षित रूप से पहुँच सके। माइकोराइजा डालने का सबसे सही समय तो बिजाई के समय ही होता है।

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