बारीश,ठंड या कोहरा..?ईस हप्ते कैसा रहेगा मौसम ? Skymet ; पहाड़ी और मैदानी इलाकों में मौसम के बदलते मिजाज को लेकर स्कायमेट विशेषज्ञ महेश पलावत ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। वर्तमान में उत्तर भारत में शुष्क ठंड का प्रकोप जारी है और लंबे समय से पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी न होना चिंता का विषय बना हुआ है। अक्टूबर के शुरुआती सप्ताह के बाद से पहाड़ों पर कोई बड़ा मौसमी सिस्टम नहीं आया है, जिससे ग्लेशियरों के अस्तित्व और आने वाले समय में नदियों के जलस्तर पर संकट मंडरा रहा है।
राहत की खबर यह है कि आगामी 20 से 22 दिसंबर के बीच एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्रों में दस्तक दे सकता है। स्कायमेट विशेषज्ञ महेश पलावत के अनुसार, इस दौरान जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और लद्दाख के ऊंचे इलाकों में अच्छी बर्फबारी की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मनाली और रोहतांग पास जैसे ऊंचे क्षेत्रों में भी इस दौरान बर्फ की सफेद चादर देखने को मिल सकती है, जिससे लंबे समय से चल रहा सूखे का दौर खत्म होगा।
मैदानी राज्यों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान में फिलहाल बारिश के आसार नहीं हैं। हालांकि, तेज उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार हुआ है और कोहरे से भी आंशिक राहत मिली है। महेश पलावत ने बताया कि उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में हवा की गति कम रहने के कारण सुबह के समय धुंध और हल्का कोहरा बना रह सकता है, लेकिन पूरे मैदानी बेल्ट में मौसम मुख्य रूप से शुष्क ही बना रहेगा।
दक्षिण भारत और अन्य राज्यों में भी मौसमी गतिविधियां अब कम होने लगी हैं। केरल और कर्नाटक में मौसम साफ रहेगा, जबकि तमिलनाडु में हल्की बारिश के बाद स्थितियां सामान्य होने की उम्मीद है। स्कायमेट विशेषज्ञ महेश पलावत के मुताबिक, इस साल क्रिसमस के दौरान बड़े पैमाने पर बर्फबारी या ‘व्हाइट क्रिसमस’ की संभावना काफी कम है। नए साल की शुरुआत तक भी देश के अधिकांश हिस्सों में कोई बड़ी मौसमी हलचल या भारी बारिश के संकेत नहीं मिल रहे हैं।








