कापूस दरात मोठी घसरण की तेजी? आयात वाढल्याने बाजारातील चित्र बदलणार; शेतकऱ्यांची चिंता वाढली
कापूस दरात मोठी घसरण की तेजी? आयात वाढल्याने बाजारातील चित्र बदलणार; शेतकऱ्यांची चिंता वाढली
Read More
पीएम किसान योजना: यह काम करें तभी मिलेगी अगली किस्त, वरना हमेशा के लिए होगी
पीएम किसान योजना: यह काम करें तभी मिलेगी अगली किस्त, वरना हमेशा के लिए होगी
Read More
पैन कार्ड को आधार से लिंक करने की आसान और पूरी प्रक्रिया
पैन कार्ड को आधार से लिंक करने की आसान और पूरी प्रक्रिया
Read More
मानसून 2026 का पूर्वानुमान: अल नीनो का संभावित खतरा
मानसून 2026 का पूर्वानुमान: अल नीनो का संभावित खतरा
Read More
मौसम ने बदली चाल – ठंड/बारीश और कोहरे का अलर्ट
मौसम ने बदली चाल – ठंड/बारीश और कोहरे का अलर्ट
Read More

स्काइमेट वेदर अपडेट : वेस्टर्न डिस्टरबेंस से बदलेगा मौसम… यहाँ बारीश तो यहाँ ठंड

स्काइमेट वेदर अपडेट : वेस्टर्न डिस्टरबेंस से बदलेगा मौसम… यहाँ बारीश तो यहाँ ठंड ; नमस्ते दोस्तों, स्काइमेट (Skymet) के मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत ने देश के बदलते मौसम को लेकर ताजा जानकारी साझा की है। अगले कुछ दिनों में उत्तर भारत के मौसम में बड़े बदलाव की संभावना जताई गई है, जिसमें पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के साथ-साथ ठंड बढ़ने के संकेत दिए गए हैं।

महेश पालावत के अनुसार, वर्तमान में एक के बाद एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) उत्तर भारत की ओर बढ़ रहे हैं। इसके प्रभाव से 20 और 21 दिसंबर को पहाड़ों पर अच्छी बर्फबारी और बारिश होने की उम्मीद है। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बर्फ गिरेगी। हालांकि, क्रिसमस और नए साल के मौके पर ताज़ा बर्फबारी की संभावना कम है, लेकिन पहले से जमी हुई बर्फ का आनंद पर्यटक ले सकेंगे।

मैदानी इलाकों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा के उत्तरी हिस्सों और उत्तर-पश्चिम राजस्थान में 20 और 21 दिसंबर के आसपास बादलों की आवाजाही और हल्की बारिश की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में भी बादल छा सकते हैं, लेकिन यहाँ भारी बारिश के आसार कम हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में फिलहाल घना कोहरा (Fog) और प्रदूषण एक बड़ी समस्या बने हुए हैं, जिससे ट्रेन और हवाई उड़ानों पर असर पड़ रहा है। विशेषज्ञ ने हाईवे पर यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।

ठंड के पूर्वानुमान पर स्काइमेट के विशेषज्ञ ने बताया कि 22 दिसंबर को जब यह वेस्टर्न डिस्टरबेंस आगे निकल जाएगा, तब उत्तर से आने वाली बर्फीली हवाएं फिर से सक्रिय होंगी। इससे राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के तापमान में गिरावट आएगी और कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू होगा। हालांकि, यह सर्दी बहुत लंबी नहीं खिंचेगी, जिससे रबी की फसलों पर असर पड़ सकता है। दक्षिण भारत में फिलहाल मौसम मुख्य रूप से शुष्क और साफ बना रहेगा।

Leave a Comment