स्काइमेट वेदर अपडेट : वेस्टर्न डिस्टरबेंस से बदलेगा मौसम… यहाँ बारीश तो यहाँ ठंड
स्काइमेट वेदर अपडेट : वेस्टर्न डिस्टरबेंस से बदलेगा मौसम… यहाँ बारीश तो यहाँ ठंड
Read More
कापूस दरात मोठी घसरण की तेजी? आयात वाढल्याने बाजारातील चित्र बदलणार; शेतकऱ्यांची चिंता वाढली
कापूस दरात मोठी घसरण की तेजी? आयात वाढल्याने बाजारातील चित्र बदलणार; शेतकऱ्यांची चिंता वाढली
Read More
पीएम किसान योजना: यह काम करें तभी मिलेगी अगली किस्त, वरना हमेशा के लिए होगी
पीएम किसान योजना: यह काम करें तभी मिलेगी अगली किस्त, वरना हमेशा के लिए होगी
Read More
पैन कार्ड को आधार से लिंक करने की आसान और पूरी प्रक्रिया
पैन कार्ड को आधार से लिंक करने की आसान और पूरी प्रक्रिया
Read More
मानसून 2026 का पूर्वानुमान: अल नीनो का संभावित खतरा
मानसून 2026 का पूर्वानुमान: अल नीनो का संभावित खतरा
Read More

गेहूं में यह खरपतवारनाशक दवाई करेगी खनपतवार जड से खतम..

गेहूं में यह खरपतवारनाशक दवाई करेगी खनपतवार जड से खतम ; गेहूं की खेती में बुवाई के लगभग 30-35 दिन बाद सबसे बड़ी चुनौती खरपतवारों को नियंत्रित करना होती है। गुल्ली डंडा (मंडूसी) जैसे जिद्दी और अड़ियल खरपतवार किसान के लिए एक बड़ी समस्या हैं, जो फसल के आवश्यक पोषक तत्वों को छीन लेते हैं। यदि इन खरपतवारों को समय पर नहीं रोका गया, तो गेहूं का उत्पादन 30% तक कम हो सकता है। इसीलिए, गेहूं की फसल की पहली सिंचाई के बाद, जब खेत में पर्याप्त नमी हो और खरपतवार उग आए हों, तब इनका प्रभावी नियंत्रण करना अत्यंत आवश्यक हो जाता है।

किसानों के अनुभव और पिछले सफल परिणामों के आधार पर, सिंजेंटा कंपनी का एक्सियल (Axial) खरपतवार नाशक खनपतवार नियंत्रण के लिए सबसे असरदार पाया गया है। यह दवा पिछले 10 सालों से किसानों की पहली पसंद बनी हुई है। एक्सियल एक पोस्ट-इमर्जेंट हर्बीसाइड है, जिसका अर्थ है कि यह खरपतवार उगने के बाद उन्हें नियंत्रित करता है।

इसका केमिकल कंपोजिशन पिनोक्साडन 5.1% ईसी फॉर्मूलेशन है। इसमें एक सेफनर और एडजुवेंट भी शामिल होता है, जो खरपतवार को प्रभावी ढंग से नष्ट करते हुए गेहूं की फसल को किसी भी दुष्प्रभाव से सुरक्षित रखता है।

एक्सियल का 100% परिणाम सुनिश्चित करने के लिए, इसका प्रयोग सही समय और सही मात्रा में करना महत्वपूर्ण है। इसकी सही मात्रा प्रति एकड़ 400 मिलीलीटर है, जिसे 120 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करना चाहिए। यह ध्यान रखना आवश्यक है कि स्प्रे करने से पहले खेत में पर्याप्त नमी मौजूद हो, और खरपतवार तीन से चार पत्ती की अवस्था में पहुँच चुका हो।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बेहतरीन परिणाम के लिए इस दवा को केवल अकेला ही इस्तेमाल करना चाहिए, इसे किसी अन्य रसायन या खरपतवार नाशक के साथ नहीं मिलाना है। इन दिशानिर्देशों का पालन करने पर गुल्ली डंडा पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सकता है।

Leave a Comment